भीगी भीगी सी है दिल्ली .....
भीगी भीगी सी है दिल्ली
ऐसे मतवाले मौसम में
सोन चिरैया घर से निकली
कुछ अपनी ही धुन में भागे
बरखा की बूंदों में नाचे .......
चिड़िया मेरी छैल - छबीली
सर से पाँव तक है गीली....
न छाता ना बरसाती है ..
मन ही मन वो भरमाती है
बस बारिश की लगन लगी है
मैं बोली ओ चिड़िया रानी
नहीं चलेगी अब मनमानी
बहुत हो गया अब घर आओ
पोंछो खुद को, सूख जाओ
गरमा-गरम पकोड़े खाओ :):)
~ अर्चना
20 - 07 -2013