11th April 2015 : 25th Death Anniversary of Mummy...
Sometimes even 25 years don't fade away a single memory, don't dilute a single emotion, especially when it's connection of your existence to the one who has created you.... Your Mother.
Wrote this poem on 11th April 1997 for Mummy
माँ
हरी दूब पर गिरी
ओस की बूँदों के
स्पर्श का कोमल एहसास
या धरती की
तपन को मिटाती
वर्षा की रिमझिम फुहार
और भी आकर्षक व
और भी अर्थपूर्ण
हो जाते हैं....
माँ!
जब घुल जाता है इनमें
तेरा असीम प्यार
और
ममता का निश्छल विश्वास...!
~ अर्चना 11-04-1997
Sometimes even 25 years don't fade away a single memory, don't dilute a single emotion, especially when it's connection of your existence to the one who has created you.... Your Mother.
Wrote this poem on 11th April 1997 for Mummy
माँ
हरी दूब पर गिरी
ओस की बूँदों के
स्पर्श का कोमल एहसास
या धरती की
तपन को मिटाती
वर्षा की रिमझिम फुहार
और भी आकर्षक व
और भी अर्थपूर्ण
हो जाते हैं....
माँ!
जब घुल जाता है इनमें
तेरा असीम प्यार
और
ममता का निश्छल विश्वास...!
~ अर्चना 11-04-1997
माँ का एहसास समय और जीवन से परे है | बहुत अच्छा लगा पड़ के दीदी :)
ReplyDeleteI know you can easily connect to the core feeling..... those who miss it know the value... Lots of Love
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