मिलन, विछोह
मोह, अवसाद
क्षोभ या विद्रोह
जीने की तत्परता
को भंग नहीं करते
उत्सुकता कड़ी है
वर्तमान व भविष्य
के समायोजन की
जीवन की निरंतरता
अज्ञात में निहित है
और सार्थकता .....
शून्य में .. !!
~ अर्चना
04-08-2016
शुभकामनायें सार्थक लेखन हेतु..
ReplyDeleteThank you so much Sir :) Trying....
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